भक्ति के अनंत प्रेम का रस बड़े ही भाग्यशाली लोगों को प्राप्त होता है श्री महंत जय रामदास महाराज हरिद्वार श्री वशिष्ठ सप्त ऋषि दूधाधारी आश्रम हनुमान मंदिर ब्रह्मपुरी में भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए आश्रम के महंत परम पूज्य श्री जय रामदास महाराज ने कहा भगवान राम की भक्ति जीवन को परम सुख प्रदान करने वाली कल्याणकारी निधि है भक्ति के अनंत प्रेम का रस बड़े ही भाग्यशाली लोगों को पूर्व जन्मों के कर्मों के अनुसार प्राप्त होता है भक्ति बड़े ही भाग्य से प्राप्त होती है भक्ति मनुष्य जीवन की एक अमूल्य निधि है इस संसार में कमाये गये धन को कोई छीन सकता है बांट सकता है किंतु जीवन में की गई भक्ति और अर्जित किये गये के ज्ञान को ना कोई बांट सकता है और ना ही कोई छीन सकता है यह मनुष्य जीवन की अमूल्य निधि है जो इस लोक में भी काम आती है और परलोक में भी काम आती है